थंबलीना की कहानी

यह बच्चों के पढ़ने के लिए थंबलीना की कहानी है । एक बार एक छोटी लड़की रहती थी जो एक अंगूठे के आकार की थी। उसका नाम थम्बेलिना था। एक रात जब वह सो रही थी तो एक मेंढक जो उससे शादी करना चाहता था, उसे तालाब में ले गया और कमल के पत्ते पर रख दिया।

जब वह उठी तो उसने खुद को तालाब के बीच में अकेला पाया और रोने लगी। एक मछली ने उस पर दया की और उसे मेंढक से बचाने का फैसला किया। मछली ने पत्ते को किनारे तक खींच लिया और बच्ची को वहीं छोड़ दिआ।

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थंबलीना

थंबलीना

फिर, उसकी मुलाकात एक तितली से हुई जो उसे सुंदर फूलों और पक्षियों से भरी भूमि पर ले गई। उसने वहाँ कई दोस्त बनाए। लेकिन जल्द ही, सर्दियाँ आ गईं और सभी पक्षी भागकर गर्म स्थानों की ओर भाग गए। थम्बेलिना वहाँ अकेली पढ़ गयी और वह बहुत ठंड कारण बीमार पढ़ने लगी। एक दयालु चूहे उसे देखा और थम्बेलिना को अपने घर ले गया। चूहे ने उसकी बहुत अच्छे से देखभाल की।

एक दिन, चूहे ने उसे अपने पड़ोसी मिस्टर मू से शादी करने के लिए कहा, लेकिन वह उससे शादी नहीं करना चाहती थी। थम्बेलिना बहुत दुखी थी क्योकि उसे अपने घर की याद आ रही थी। जब वह अकेली बैठी थी, उसने अचानक अपने पुराने दोस्तों और नीली चिड़िया को देखा। पक्षी उसे चूहे से दूर ले गया और छोटे लोगों के राज्य में उड़ गया जो अंगूठे से बड़े नहीं थे। उन्होंने अपनी भूमि पर उसका गर्मजोशी से स्वागत किया और वह कई वर्षों तक वहीं रही।

आह! वह कितनी खुश थी कि आखिरकार उसे अपने जैसे मिलनसार लोगों के साथ अपना घर मिल गया। और पढ़े , सिंड्रेला की कहानी

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